We Facilitate our stake holders parents students teachers principals educators with the best learning opportunities.

We have the ability to deliver great outcome with satisfactory results within proper time with high quality work.
Our School provides the best mix of education and co-curricular activities.

श्री 1008 आचार्य श्री पूर्णानन्द जी सुरीश्वर जी महाराज के शिष्य रत्न महान तपस्वी अनेक तीर्थोद्वारक समाज सुधारक शिक्षा प्रत्द्वारक एंव श्री जैन श्वेताम्बर उत्तर प्रदेश के संस्थापक परम श्रद्वेय जैनाचार्य श्री श्री विजय प्रकाश चन्द सुरीश्वर जी महाराज सा0 ने सन् 1964 मे इस विद्यालय की अपने कर कमलो द्वारा नीव रखी एंव आपने इस विद्यालय का नाम अपने श्रद्वेय श्री आत्माराम म0 सा0 के नाम पर श्री आत्मानन्द जैन हा0 सै0 स्कूल रखा। महाराज सा0 का उदेश्य ग्रामीण छात्रो को उचित शिक्षा, चिकित्सा मिल सके क्योकि उस समय विद्यालयो का अभाव आने-जाने की सुविधाओ का भी अभाव था अतः उन्ही के उदेश्यो को पूर्ण करता हुआ ज्ञान का प्रचार एवं प्रसार की और निरन्तर आगे बढ रहा है सर्वप्रथम इस विद्यालय के प्रबन्धक श्री महावीर प्रसाद जैन ने विद्यालय की प्रगति मे अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके पश्चात श्री विनय कुमार जैन ने प्रबन्धक का कार्य भार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होने विद्यालय को मान्यता प्रदान कराई । श्री महावीर प्रसाद जैन पुनः प्रबन्धक के पद पर आसीन हुए और अपने कार्य काल मे विद्यालय को अनुदान प्राप्त कराया। तथा विद्यालय को एक नई दिशा मे गति प्रदान की। सन् 1983 में परम आदरणीय श्री नगीनचन्द जी जैन ने प्रबन्धक का कार्य भार ग्रहण किया। तब से आज तक विद्यालय की उन्नति एंव चहॅुमुखी विकास देखते ही बनता है। वर्तमान में सन् 2016 से श्री विशाल जैन जी विद्यालय के प्रबन्धक है। इस विद्यालय को इण्टर की मान्यता आपके कार्य काल में प्रात्प हुई। वर्तमान में विद्यालय में छात्रो की संख्या 850 है। आपकी देख रेख में वर्तमान में कम्प्यूटर लैब का निर्माण भी हो रहा है। आपके अनुभव को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में छात्रो की संख्या लगातार बढ़ रही है।